नई दिल्ली: पुलिस क़ानून की हर भारतीय के दिल में हद से ज़्यादा सम्मान है,ये ही कारण है कि भारत अन्य देशों से अलग है लेकिन भारत मे तेज़ी से फैल रहे करप्शन ने इस आदर सम्मान को खत्म करदिया है,और ये बुराई जो तेज़ी से फैल रही है उसका कारण है,राजनीतिक लोगों का हस्तक्षेप जिसके सामने वर्दी मैली नज़र आरही है।
प्राप्त समाचार के मुताबिक़ जयपुर में एक दलित थानाधिकारी को ब्राह्मणों की रैली में हवाई फायर कर रहे एक युवक से बंदूक छीनना महंगा पड़ गया. इसके बाद उसे हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ी. परशुराम रैली निकाल रहे सर्व ब्राह्मण सभा की रैली में हथियार लहराने से रोकने पर भीड़ ने दलित एसएचओ पर ब्राह्मणों को अपशब्द कहने का आरोप लगाते हुए हटाने की मांग की।
#WATCH Jaipur: SHO Indraraj Marodia apologizes to protesters after they alleged that Marodia had made objectionable remarks on Lord Parshurama during Parshurama Shobha Yatra. Marodia says 'I only objected to display of weapons and nothing else' #Rajasthan pic.twitter.com/fETZ2N0LOc
— ANI (@ANI) April 23, 2018
मौके पर पहुंचे एसपी ने भीड़ को समझाया कि हम सब हिंदू एक हैं और हमारे देवता एक हैं. बाहर लोग हमारे लड़ने का इंतजार कर रहे हैं, उसके बाद एसएचओ ने भी माफी मांग ली. लेकि सूबे के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने तो सारी सीमाएं लांघ दी. उन्होंने कहा एसएचओ तो भगवान परशुराम को हाथ जोड़ रहा था. एसएचओ इस घटना के बाद छुट्टी पर चले गए हैं।
सर्व ब्राह्मण सभा का आरोप है कि थाने के दलित एसएचओ ने ब्राह्मणों को अपशब्द कहे और भगवान परशुराम का अपमान किया है. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बताया कि रैली में लोग फरसा-तलवार लेकर शामिल हुए थे और एक युवक एयर गन से बार-बार फायर कर रहा था. समझाने पर जब वो नहीं माना तो एसएचओ ने उससे बंदूक छीनकर थाने में रख ली।
उसके बाद लोगों ने थाने का घेराव कर दलित एसएचओ पर जातिगत आरोप लगाते हुए उसे हटाने की मांग करने लगे. मामला बिगड़ता देख एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने भीड़ को समझाया कि हम सभी हिंदुओं को एक रहना चाहिए. हम सबकी पूजा पद्धति एक है और बाहर बैठे लोग हमारे आपस में लड़ने का इंतजार कर रहे हैं. एसपी साहब कह रहे हैं कि माफी मांगने के अलावा हमारे पास कोई चारा नहीं था, नहीं तो मामला जातिगत झगड़े में बदल जाता।
घटना के बाद एसएचओ ने माफी मांगी. मगर माफी मांगते हुए एसएचओ ने कहा कि अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभाने के बदले उसे इस तरह से सजा देना ठीक नहीं है. लोग हथियार लहरा रहे थे उन्हें रोकना मेरा धर्म था।
पुलिसवाले ने गलती की या नहीं मगर माफी मांग ली लेकिन ब्राह्मण समाज के नेता कह रहे हैं कि पुलिस की गलती थी. सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा का कहना है कि हमने जो किया वो ठीक किया है।
घटना के वीडियो को सरकार ने कब्जे में ले लिया है. ब्राह्मण समाज की तरफ से जारी वीडियो में एसएचओ और पुलिसवाले को भीड़ से बचाते दिखाया गया है. किसी के पास भी एसएचओ की बदतमीजी का कोई रिकार्ड नहीं है, फिर भी माफी उसी को मांगनी पड़ी. क्योंकि चार दिन पहले राज्य के बीजेपी अध्यक्ष पद से हटे अशोक परनामी ने वहां पहुंचकर एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया था।
एसएचओ छुट्टी पर चले गए हैं और उपद्रव करनेवालों के खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज किया गया है. पिछले दिनों ही ब्राह्मणों को खुश करने के लिए वसुंधरा राजे ने परशुराम जयंती की छुट्टी की थी।