नई दिल्ली: देशवासियों को सद्भावना शाँति की स्थापना की लिये हैदराबाद शहर में एक शानदार पहल हुई जो देश के लिये बड़ा सुखद है,नफरत और भेदभाव के माहौल के बीच इस तरह की कोशिश बहुत ज़्यादा ज़रूरी है।
हैदराबाद शहर की मस्जिद-ए-रहमत-आलम ने सांप्रदायिक सद्भावना के लिए एक अहम पहल की है। इस मस्जिद को सभी धर्म, जाति, पंथ और समुदाय के लिए खोल दिया गया है।
मस्जिद प्रबंधन ने 30 सितंबर को मुस्लिम धार्मिक स्थल के दरवाजे सभी धर्मों के लोगों के लिए खोल दिए। इसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव, शांति और भाईचारा को बढ़ाव देना बताया गया।
20 लोगों के एक समूह ने भारत के मुस्लिम समुदाय के मूल्यों और संस्कृति से लोगों को रूबरू कराने का आइडिया दिया था। इसको ध्यान में रखते हुए मस्जिद-ए-रहमत-आलम का दरवाजा सभी धर्मावलंबियों के लिए खोल दिया गया।
इस दौरान विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग ना केवल आपस में मुलाकात करेंगे, बल्कि इस्लामिक मूल्यों और संस्कृति के बारे में अपनी राय भी साझा करेंगे।