औरंगाबाद – पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लिये लाए गए श्रद्धांजली प्रस्ताव का विरोध करने वाले नगरपालिका निगम सैयद मतीन को भाजपा पार्षदो सभागार में ही बेरहमी से पीटा। सैय्यद मतीन औरंगाबाद नगर निगम की बैठक में इस प्रस्ताव का विरोध किया था। जिस पर भाजपा के पार्षदो ने उन्हें बेरहमी से पीटा, किसी तरह पुलिस ने उनकी जान बचाई।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के श्रद्धांजलि प्रस्ताव का विरोध करनेवाले MIM के पार्षद सय्यद मतीन की भरी सभा मे भाजपा पार्षदो ने की पिटाई। सभी पार्षदो ने मतीन पर निलंबन की कारवाई की मांग की.#UserGeneratedContent
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मतीन औवेसी की पार्टी के पार्षद हैं, उन्होंने कहा कि हमने अटल बिहारी वाजपेयी के लिये लाए गये श्रद्धांजली प्रस्ताव का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया। लेकिन भाजपा नगरसेवकों ने मुझ पर सीधा हमला कर दिया। दस लोगों ने हॉल पर हमला किया और अपमानित किया। मतीन ने महापौर से बीजेपी के नगरसेवकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
VIDEO: अटल बिहारी वाजपेयींना श्रद्धांजली वाहण्यास नकार दिल्याने औरंगाबादमध्ये एमआयएमच्या नगरसेवकाला बेदम मारहाण pic.twitter.com/JiK4guzA3Z
— Maharashtra Times (@mataonline) August 17, 2018
बता दें कि पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार की शाम को निधन हो गया। इसके बाद, शुक्रवार को निगम की आम बैठक में उनकी श्रद्धांजलि का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। वाजपेयी के प्रस्ताव का पार्षद सैयद मतीन ने श्रद्धांजलि ने विरोध किया था।
AIMIM कॉर्पोरेटर सैयद मतीन द्वारा अटल जी के लिए श्रद्धांजलि सभा में अपशब्द कहने पर अन्य पार्षदों का गुस्सा फूटा pic.twitter.com/udtrH5LbGq
— Nikhil Dadhich / Vishweshwar (@nikhildadhich) August 17, 2018
जब उन्होंने विरोध किया, नगरसेवक राज वानखेड़े, दिलीप थोरात, प्रमोद राठोड, माधुरी अवधांत, रामेश्वर भारदेव, उप महापौर विजय ऑटडे ने मोटोन पर हमला किया। उन्होंने उन्हें गंभीर रूप से हराया। बाद में उन्हें हॉल से बाहर भेज दिया गया। सैय्यद मतीन के स्थायी निलंबन की मांग की गई थी।
औरंगाबाद में भाजपा पार्षदों ने सैय्यद मतीन पर इसलिये हमला किया क्योंकि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के लिये लाए गये श्रद्धांजली प्रस्ताव का विरोध किया था, वहीं दिल्ली में भाजपा कार्यलाय पर स्वामी अग्निवेश पर इसलिये हमला किया गया क्योंकि वे पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजली देने के लिये पहुंचे थे।