धर्म

Video: तय्यब एर्दोगान ने हिफ़्ज़-ए-क़ुरआन करने पर लड़कियों को देखिए क्या दिया शानदार तोहफ़ा ?

नई दिल्ली: तुर्की के राष्ट्रपति तय्यब एर्दोगान की इस्लाम के प्रति जुड़ाव और दिलचस्पी के कारण एक बार फिर से तुर्की दीनदारी की तरफ चल पड़ा है,नही तो ख़िलाफ़त राशिदा के बाद तुर्की में यूरोपियन कल्चर फैल गया था और अश्लीलता बुरी तरह से घर घर मे पहुँच गई थी।

एर्दोगान ने अपने शासनकाल में इस्लामिक शिक्षा को बढ़ावा दिया जिसके कारण लोग इस्लाम की तरफ चल पड़े और योरोप की चमक में अँधे नही हुए,इसके लिये तय्यब एर्दोगान की कोशिश रही है कि तुर्की के बच्चे के सीने में क़ुरआन पाक को महफूज़ करा दें,और क़ुरआन का वो हिफ़्ज़ करलें।

तय्यब एर्दोगान ने स्कूल,कॉलेज और हर छोटे बड़े मदरसे में क़ुरआन की पढ़ाई को ज़रूरी क़रार दिया हुआ है,तथा इसके अलावा हिफ़्ज़ क़ुरआन करने पर हाफ़िज़ छात्र छात्राओं का मनोबल बढ़ाने तथा दूसरे बालकों को हिफ़्ज़ का शोक दिलाने के लिये क़ीमती इनामात से भी नवाज़ा जाता है।

पिछले दिनों तय्यब एर्दोगान ने दो हज़ार हाफ़िज़ छात्र छात्राओं को उमराह के मुक़द्दस सफर के लिये भेजा था,जिसके बाद दुनियाभर में इस खबर ने बड़ी धूम मचा दी थी,और काबा में तवाफ़ करते हुए तुर्की बच्चों की एक पूरी लाइन अलग आए नज़र आरही थी,जो देखने वालों कक बड़ी अजीब लग रही थी।

कुरान शरीफ को अल्लाह ताला ने अपने रसूल हजरत मौहम्मद मुस्तफा सल्ल्लाहू अलैहि वसल्लम पर नाजिल फ़रमाया। और कयामत तक इसकी हिफाजत की ज़िम्मेदारी खुद ही ले ली है। कुरान में कयामत तक किसी तरह का बदलाव नहीं हो सकता है। कुरान शरीफ से पहले जितनी आसमानी किताबें इस दुनिया में नाजिल हुईं। उन सब में बदलाव कर दिया गया।

आज दुनिया में करोड़ों ऐसे लोग हैं। जो कुरान को हिफ्ज़ किये हुए हैं। एक लफ्ज़ के फेर बदल के बिना पूरा कुरान अपने सीनों में लिए हुए हैं। पूरी दुनिया में कुरान पाक हिफ्ज़ करने के लिए मदरसे मौजूद हैं। जहाँ छोटे छोटे बच्चे कुरान पाक को याद करते हैं। इन मदरसों से निकल कर हाफ़िज़ पूरी दुनिया में जाते हैं और कुरान के हुक्मों का प्रचार करते हैं।

इसी तरह तुर्की में कुरान हिफ्ज़ करने की रिवायत को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। इस सिलिले में तुर्की हुकूमत उन बच्चों को जो कुरान हिफ्ज़ कर लेते हैं उन्हें उमरा करने का मौक़ा देती है।

बीते दिनों तुर्की सरकार ने दो हजार ऐसे लोगों को उमरा करने के लिए भेजा था जिन्होंने कुरान को याद किया है। तुर्की सरकार यह इस लिए कर रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग कुरान पाक को याद करे।

फिलहाल तुर्की के राष्ट्रपति तय्यब एर्दोगान के बेटे बिलाल एर्दोगान ने 19 ऐसी बच्चियों को सम्मानित किया है। जिन्होंने कुरान पाक को हिफ्ज़ किया है। इन बच्चियों को बिलाल एर्दोगान ने सोने का एक एक सिक्का दिया है। वहीँ इनके बारे में भी राष्ट्रपति तय्यब एर्दोगान ने एलान किया है कि इन्हें भी मक्का शरीफ उमरा करने के लिए भेजा जाएगा।