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Video: राष्ट्रपति भवन में इस साल नही होगा इफ्तार पार्टी का आयोजन,राष्ट्रपति ने बताया ये कारण,टूटेगी परम्परा

नई दिल्ली: रमज़ान उल मुबारक के महीने में रोज़ेदारों को सवाब के लिये रोज़ा इफ्तार कराया जाता है,देश में हर छोटी बड़ी जगहों पर प्राईवेट और सरकारी संस्थानों में रोज़ा इफ्तार कराया जाता रहा है,राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति की तरफ से रोज़ा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाता रहा है,लेकिन इस बार खबर आरही है कि राष्ट्रपति भवन में रोज़ा इफ्तार नही कराया जायेगा।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में इफ्तार पार्टी आयोजित न करने का फैसला लिया है तकरीबन 10 सालों के बाद ऐसा होगा कि राष्ट्रपति भवन में इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं किया जाएगा गौरतलब है कि राष्ट्रपति भवन में हर साल इफ्तार पार्टी का आयोजन होता रहा है।

मीडिया सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि राष्ट्रपति भवन चूंकि पूरे देश के लिए धर्मनिरपेक्ष भाव रखता है इसलिए इसमें धर्म विशेष से जुड़े किसी भी आयोजन को मंजूरी नहीं दी जाएगी फिर चाहे वह इफ्तार पार्टी हो या फिर किसी अन्य धर्म या समुदाय से जुड़ा कोई दूसरा कार्यक्रम, करदाताओं के पैसे को किसी धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन में खर्च नहीं किया जाएगा।

2002-07 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के कार्यकाल में भी इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं किया गया था हालांकि एपीजे अब्दुल कलाम के बाद प्रतिभा पाटिल के कार्यकाल में राष्ट्रपति भवन में फिर से इफ्तार पार्टियों का चलन शुरु हो गया था।

कलाम के कार्यकाल के बाद अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी राष्ट्रपति भवन में इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं करने का फैसला किया है। इससे पहले दिसंबर में राष्ट्रपति भवन में क्रिसमस कैरोल का भी आयोजन नहीं किया गया था।

दरअसल राष्ट्रपति कलाम इफ्तार की दावत पर होने वाले खर्च को निर्धन, बेसहारा बच्चों की शिक्षा के लिए दान कर देते थे। बता दें कि राष्ट्रपति भवन में क्रिसमस के दौरान कैरल सिंगिंग और रमजान के दौरान इफ्तार दावत का आयोजन बरसों से चला आ रहा है।

करदाताओं के पैसों से होने वाली इन धार्मिक पार्टियों पर लंबे समय से बहस चल रही है दरअसल देश में इफ्तार पार्टियों की सियासत लम्बे अरसे से चली आ रही है।