नई दिल्ली: वेस्ट बंगाल के काकीनाडा में भड़की हिंसा में पागल हुए दँगाइयों ने महापुरुषों को भी नही छोड़ा और उनकी याद में लगाई गई प्रतिमा को खंडित करने का गंदा काम किया और मूर्ति भी उस महापुरुष की खंडित करी है जिसने अपनी पूरी ज़िंदगी देश को आज़ादी दिलाने और देश सेवा में गुज़ारी है,जिनको इतिहास में भारत का प्रथम शिक्षा मंत्री का स्थान प्राप्त है,लेकिन इतिहास और बलिदान को ताक पर रखकर भगवाधारियों ने उनकी प्रतिमा खंडित कर ड़ाली।
https://twitter.com/RealRavish/status/978234871242924034?s=19
जिसके बाद देशभर में इस अपराध की जमकर निंदा की जारही है,और इस पर गम और गुस्सा जताया जारहा,पूर्व आईपीएस अधिकारी ने सोशल मीडिया के ट्वीटर और फेसबुक पर एक भगवाधारी के हाथ मे तलवार लिये फ़ोटो को शेयर किया है और उसपर कटाक्ष करते हुए लिखा है कि
” इस लड़के को देखो ये कौन है? ये क्या करता है? इसकी पृष्ठभूमि क्या है? यह हाथ में तलवार क्यों ले रहा है? क्या वह हिंदुत्व के लिए एक प्रतिबद्ध योद्धा है? क्या इन्हें पता है मौलाना अबुल कलाम आजाद कौन थे? क्या यह परवाह करता है?
क्या वह ऐसा करने के लिए कहीं से इसको पैसे मिल रहे हैं ? क्या यह नौकरी नहीं कर सकता है? खुद का व्यवसाय, चाहे कितना छोटा हो?
एक युवा स्वस्थ व्यक्ति जिसमें क्षमता है, शायद प्रतिभा भी हो सकती है, वह यहां खत्म हो जाती है, जहां उसका इंतजार है, उसके बाद वह गरीबी है, या जेल या संभवतः बदतर है? क्या उन्हें लगता है कि उन्हें देखा जाएगा और राजनीतिक सीढ़ी पर चढ़ जाएगा? क्या सभी एक आदित्यनाथ या मोदी की तरह भाग्यशाली हो जाते हैं? वह भी एक लॉटरी टिकट खरीद सकता है,इतने सारे व्यर्थ वायदा भारत के लिए क्या नुकसान है,कैसे एक अर्ध साक्षरता आपराधिक एक राष्ट्र के भाग्य के पाठ्यक्रम को बदल सकते हैं …
Look at this boy. Who is he? What does he do? Why is he carrying a sword? Is he a committed warrior for Hindutva? Does he know who Maulana Abul Kalam Azad was? Does he care?
How one semi literate criminal can change the course of a nation's destiny…🤔https://t.co/SXIh0yToLC pic.twitter.com/RLlWUItU2d
— Sanjiv Bhatt (IPS) (@sanjivbhatt) March 27, 2018
संजीव भट्ट के इस ट्वीट पर जमकर लोग अपनी प्रतक्रिया देरहे हैं लेकिन एक ऐसी प्रतिक्रिया पाकिस्तानी नागरीक द्वारा की गई है जो पूरे भारत पर टिपण्णी है जिसको प्रत्यक नागरिक तक पहुँचनी चाहिए कि दँगाई भारत का मज़ाक़ दूसरों से कैसे उड़वा रहे हैं @yunis नाम के एक पाकिस्तानी ने कहा है कि मौलाना अबुल कलाम आजाद ने जिन्नाह के पाकिस्तान को 1947 में ठुकरा दिया था,और इंडिया में रहे थे,आखिरकार 70 सालों के बाद जिन्नाह जीत गए और मौलाना आज़ाद को बेइज़्ज़त करके इंडिया में लात मारी गई।
https://twitter.com/M_Yuns/status/978717442615791620?s=19
तथा इसके अलावा भाजपा समर्थित लोगों ने संजीव भट्ट को ट्रोल करने की कोशिश करी है देखिये।
When police officers become like you then people take their protection in their own hand, be it any community
— Pawan Kumar 🇮🇳 (@PKS_Shandilya) March 27, 2018
https://twitter.com/Trampuddin/status/978477039287226369?s=19