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पंच भी आ गये सभी पंच ब्राह्मण ही थे…
Analp chandra @analp_chandra यह रही पूरी कहानी- छोटा सा गांव था, पच्चीस-तीस घर ब्राह्मणों के और आठ-दस झोपड़ियाँ कुम्हारों की थी। घड़े बनाते और गधों पर लादकर गांव-गांव बेंचकर अपनी गुजर-बसर करते। वैद्यनाथ और दीनानाथ दो ब्राह्मण थे दोनों ही एक नम्बर के कामचोर। कुछ काम-धंधा करते नहीं थे। बस इधर-उधर दूसरों की बहू-बेटियों पर […]
…तुम तो हमें यहां अकेले छोड़ कर चले गए
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= ” माँ बाप की दौलत …. गांव में अपने बुजुर्ग पिता के अंतिम संस्कार के बाद नहाने के बाद दोनों बेटे घर के बाहर आंगन में अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों के साथ बैठे हुए थे कुछ लौट चुके थे और कुछ वहीं अबतक एकत्रित थे इतने में बड़े बेटे की पत्नी […]
असली वारिस….मरने वाले ने मेरे 15 लाख देने है, पहले मुझे मेरे पैसे दो फिर उसको जलाने दूंगा!
एक बड़े शहर में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो गयी, जब उनकी अर्थी शमशान ले जाने के लिए तैयार हुई तभी वहाँ खड़ा एक आदमी आगे आया और अर्थी के आगे खड़ा होकर उसको आगे से पकड़ लिया का और बोला के मरने वाले ने मेरे 15 लाख देने है, पहले मुझे मेरे पैसे दो […]