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ईरान के राष्ट्रपति रईसी ने मिस्र के राष्ट्रपति अस्सीसी से टेलिफ़ोन पर बात की, कहा-ज़ायोनी शासन, शांति के लिए ख़तरा है

स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी ने अवैध ज़ायोनी शासन को कैंसर का फोड़ा बताया था जो क्षेत्र की अशांति का कारण है।

राष्ट्रपति रईसी कहते हैं कि मिस्र के साथ बढ़ते संबन्धों का हम स्वागत करते हैं।

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने मिस्र के राष्ट्रपति अस्सीसी से टेलिफ़ोन पर बात की। इस टेलिफोनी वार्ता में उन्होंने मिस्र में राष्ट्रपति पद के चुनावों के सफल आयोजन पर अब्दुल फ़त्त़ाह अस्सीसी को बधाई दी। इस वार्ता मे इब्राहीम रईसी ने बताया कि फ़िलिस्तीनी राष्ट्र को उसके अधिकार दिलाना, इस्लामी जगत का सबसे पहला विषय है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सबके लिए इस्लामी गणतंत्र ईरान की यह सोच सिद्ध हो चुकी हैं कि अवैध ज़ायोनी शासन, एक कैंसर के फोड़े की तरह है जो क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा के लिए गंभीर ख़तरा है।

यह बात भी सब समझ चुके हैं कि इस्राईल का मुख्य समर्थक अमरीका ही है। राष्ट्रपति रईसी ने कहा कि ग़ज़्ज़ा में जनसंहार को रुकवाने के लिए ईरान अपनी हर क्षमता का प्रयोग करने के लिए तैयार है। हम आशा करते हैं कि इस काम के लिए मिस्र भी अपनी सारी संभावनाओं का प्रयोग करेगा।

इस टेलिफोनी वार्ता में मिस्र के राष्ट्रपति अस्सीसी ने कहा कि ईरान और मिस्र अति प्राचीन संस्कृति और सभ्यता के स्वामी रहे हैं। उनका कहना था कि इन दोनो प्राचीन देशों के प्रयास, क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।