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ग़ज़ल : सर्द रातों के ये दुशाले से…हैं भरे बर्फ़ के पियाले से…By-कुसुम शर्मा अंतरा
Kusum Sharma Antra ============= ग़ज़ल खोना हूं कुछ पाना हूं मैं भी इक मयख़ाना हूं मुझ में वक्त का दरिया है सिर्फ़ मैं आना जाना हूं दुनिया ने ठुकराया है मैं सदियों का ताना हूं हूं बेशक गुलकंद सी पर नफ़रत का पैमाना हूं मुझ को समझ न पाओगे मैं तो इक अफ़साना हूं तंज […]
*अच्छा बेटा या अच्छा पति*
Laxmi Kumawat ============ * अच्छा बेटा या अच्छा पति * पंद्रह घंटे का थकान भरा सफर कर चंचल अपने छोटे भाई समीर की शादी अटेंड कर दस दिन बाद आज ही घर आई थी। अपने तीन साल के बेटे प्रिंस को सोफे पर बिठाकर अभी वो अपने कमरे में जा ही रही थी कि ममता […]
राम नाम की महिमा : देव राज बंसल के तीन भजन आप भी जपें!
Dev Raj Bansal लेखक Lives in Hyderabad From Kasauli ============= राम जी का भजन राम किन्हें मिला करते उन भक्तों की क्या पहचान क्या भाग्य में मेरे लिखा है मैं उनको सकता जान अगर कोई त्रुटि है मुझ में प्रभु नहीं पा सकता हूं दुर्भाग्य मेरा इतना बड़ा है नाम भी नहीं गा सकता हूं […]