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“दौलत….मैं दरवाज़ा बंद कर देती हूं बड़ी बहु तेज़ी दिखाते हुए बोली
Sukhpal Gurjar ================= ” दौलत …. गांव में अपने बुजुर्ग पिता के अंतिम संस्कार के बाद नहाने के बाद दोनों बेटे घर के बाहर आंगन में अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों के साथ बैठे हुए थे कुछ लौट चुके थे और कुछ वहीं अबतक एकत्रित थे इतने में बड़े बेटे की पत्नी आई और उसने अपने […]
विम्मो बूआ…
विम्मो बूआ … विम्मो तो हम उन्हें प्यार से बुलाते हैं उनका पूरा नाम था विमला । जब कभी मैं जाड़े के दिनों मे हौस्टल से घर वापस आती वे अम्मा के कहे अनुसार अंगीठी सुलगा कमरे में रख जाती सारा कमरा धुएं से भर जाता मेरी आंखें कड़वा जाती और मैं चिल्लाती , ” […]
”तुम एक ऐसे श्राप से शापित हो जो हज़ार नदियों के पास से गुज़रा फिर भी प्यासा ही रहा”
Suraj Samrat ========= · वो अहमदाबाद से वापिसी ट्रेन से लौट रहा था…शाम के 6 बजे रहे थे… मोबाइल निकाल कर उसने ट्रेन का रनिंग स्टेटस चेक किया..ट्रेन रात 11 बजे अपने अतिंम स्टेशन,जो कि उसका गंतव्य था, पहुंचेगी. बीच के स्टेशन पर यूँ ही नजर चली गई, तो एक शहर के नाम पर रुक […]