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पढ़ाई मत करो शिक्षा लो…By-अरूणिमा सिंह
अरूणिमा सिंह ========= मैं एक किसान की बेटी हूँ। मैं जब छोटी थी तबसे लेकर अब तक अपने आस पास बहुत से बदलाव होते देखा है। उस समय अनाज का मूल्य रुपये की अपेक्षा अधिक होता था या यूं कहें कि अनाज को रुपये से अधिक महत्व दिया जाता था। घर की रोजमर्रा के वस्तुओं […]
उस गाव में एक फ़क़ीर आया, महामूर्ख ने उस फ़क़ीर के चरण पकड़े और कहा….
Apna mohalla-अपना मोहल्ला =========== एक गांव में एक महामूर्ख था। वह बहुत परेशान था, क्योंकि वह कुछ भी कहता लोग हंस देते; लोग उसको महामूर्ख मान ही लिये थे। वह कभी ठीक भी बात कहता तो भी लोग हंस देते। वह सिकुड़ा सिकुड़ा जीता था, बोलता तक नहीं था। न बोले तो लोग हंसते थे, […]
गाँधी जग से गये कि सब दसकन्धर जाग गये…..By-धीरज चित्रांश
धीरज श्रीवास्तव चित्रांश =============== गांधी जी की पुण्य तिथि पर एक पुराना गीत विशेष … गाँधी जग से गये कि सब दसकन्धर जाग गये। खद्दर पहन के बापू के सब बन्दर भाग गये। जब से आज़ादी आईं, ज्यादा बर्बादी लाई। चौड़ी कर डाली तुमने, धनिकों श्रमिकों की खाई। रूहें हुई इतनी काली, गंगा मैली कर […]