उत्तर प्रदेश राज्य

Video:योगी आदित्यनाथ सरकार से बागी हुआ एक और विधायक, कहा-अगर इंसाफ नही मिला तो विपक्ष में बैठना पसन्द करूँगा

लखनऊ:भारतीय जनता पार्टी से विधायक और साँसदों के नाराज़ होने की तो जैसे झड़ी लग गई हो,तीन दलित साँसदों ने प्रधानमंत्री को चिठ्ठी लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर करी है जिसके बाद से राजनिती बड़ी गरमाई हुई है।

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ अपना दल के विधायक ने नाराजगी जाहिर की है और न्याय न मिलने की सूरत में विपक्ष में बैठने की चेतावनी दी है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक मामला शोहरतगढ़ क्षेत्र के पकड़ी चौराहे पर पुलिस के द्वारा किए गए कथित उत्पीड़न की घटना का है। मीडिया खबरों के मुताबिक बीते सोमवार (2 अप्रैल) को पुलिस और लोगों के बीच यहां मारपीट हुई थी। गुरुवार (5 अप्रैल) को घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने दर्जन भर से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज कर देर रात उनके यहां छापेमारी की।

https://youtu.be/K956dipkMf0

इस पर लोगों पुलिसकर्मियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया और अपने इलाके के विधायक को जानकारी दी। विधायक ने लोगों की शिकायत से सहमति जताई और पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। ईटीवी भारत यूपी नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए एक वीडियो में चौधरी अमर सिंह आग बबूला नजर आ रहे हैं और न्याय न मिलने की सूरत में राज्य सरकार को चेतावनी दे रहे हैं कि वह विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के पकड़ी चौराहे पर बीते 2 अप्रैल को पुलिसवालों ने कुछ लोगों को शराब पीने से मना किया तो गहमागहमी मारपीट में तब्दील हो गई। कहा जा रहा कि लोगों और पुलिस वालों के बीच मारपीट हो गई। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा कट गया। लोगों की शिकायत पर विधायक चौधरी अमर सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रमुख सचिव गृह, प्रभारी मंत्री और डीएम को पत्र लिखकर मामले के बारे में अवगत कराया। विधायक का कहना है कि पुलिस के द्वारा किए गए उत्पीड़न से लोगों में डर और नाराजगी है। इससे सरकार की छवि खराब हुई है।

विधायक ने आगे कहा कि आरोपी पुलिसवालों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अगर उनकी बात नहीं सुनी जाती है और न्याय नहीं मिलता है को वह विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे। इससे पहले चार दलित सांसद सरकार के प्रति नाखुशी जाहिर कर चुके हैं। इनमें बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले, यशवंत सिंह, अशोक दोहरे और छोटेलाल खरवार के नाम शामिल हैं।