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कर्नल राज के. कपूर, शाहरुख़ ख़ान को स्टार बनाने वाले शख्स!

शाहरुख खान को स्टार बनाने वाले शख्स कर्नल राज के कपूर, जिनका जन्म 1932 में हुआ था, वो भारतीय फिल्म उद्योग में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति थे, न केवल एक अभिनेता, निर्माता और निर्देशक के रूप में बल्कि भारतीय सेना में एक कर्नल के रूप में उनकी सेवा के लिए भी उनके योगदान था ।

जिस सीरियल से शाहरुख खान की एक्टिंग की दुनिया में एंट्री हुई थी – ‘फौजी’, उसके डायरेक्टर कर्नल राज कपूर ही थे. उन्होंने ही शाहरुख खान को ‘फौजी’ के जरिए बड़ा ब्रेक दिया था।

कर्नल राज कपूर पहले आर्मी में थे. आर्मी से रिटायर होने के बाद वो ओशो के फॉलोवर बन गए. उसके बाद वो फिल्मों में काम करने लिए मुंबई आए और वहां एक्टर और डायरेक्टर बने. उन्होंने 1988 में ‘फौजी’ सीरियल बनाया. इसके अलावा उन्होंने कुछ विज्ञापन भी बनाए थे. साथ ही कई टीवी शोज़ और फिल्मों में भी काम किया.

कर्नल कपूर ने चेतन आनंद की 1973 की फिल्म “हंसते जख्म” से अभिनेता के रूप में शुरुआत की, इसके बाद लहू के दो रंग’ (1979) दोस्ताना (1980) जैसी फिल्में कीं।

दो प्रेमी (1980), पार्टनर (1982), ये नज़दीकियां (1982), दर्द का रिश्ता (1982), अंगूर (1982), चटपटी (1983), यहां वहां (1984), लाखों की बात (1984), इंतेहा (1984) ), जवाब (1985), सस्ती दुल्हन महेंगा दूल्हा (1986), और दिल्लगी (1999)। उनके प्रदर्शन में वह गहराई थी जो केवल वास्तविक दुनिया का अनुभव रखने वाला व्यक्ति ही ला सकता था।

. शाहरुख को स्टार बनाने वाली फिल्म ‘बाजीगर’ (1993) में भी उन्होंने एक छोटा रोल किया था.

एक निर्माता के रूप में, वह राजेश खन्ना और सलमा आगा अभिनीत फिल्म ‘ऊँचे लोग’ (1985) के पीछे थे। उनकी निर्देशन क्षमता सबसे अधिक टेलीविजन श्रृंखला ‘फौजी’ (1988-89) में देखी गई, जो शाहरुख खान का पहला टीवी सीरियल था। इस श्रृंखला ने न केवल कैमरे के पीछे कपूर के कौशल को उजागर किया, बल्कि प्रतिभा के प्रति उनकी नजर को भी उजागर किया।

कर्नल कपूर ने ‘वेन शिवा स्माइल्स’ नाम की एक नॉवेल भी लिखी है.

वो कहते थे, शाहरुख को मैंने नहीं बनाया राइटर समर खान की किताब ‘SRK- 25 ईयर्स ऑफ़ अ लाइफ’ में कर्नल कपूर ने शाहरुख़ खान के बारे में कई बातें बताई थीं. उन्होंने बताया –

” मैं एक एक्टर हूं. मैंने देश के लिए तीन युद्ध लड़े लेकिन लोगों को सिर्फ ये ही याद रहा कि मैंने शाहरुख को 20 साल पहले लॉन्च किया था. ये मुझे ख़ुशी से चौंकाता है कि लोग मुझे उस बात का क्रेडिट देते हैं जो मैंने किया ही नहीं. शाहरुख को उनके पेरेंट्स ने बनाया हैं, मैंने नहीं. मैंने उन्हें सुपरस्टार नहीं बनाया. मैंने तो बस एक सही आदमी को, मेरे पास जो जॉब थी उसके लिए चुना था. उसके पहले और बाद जो उनकी लाइफ में हुआ उसमें मेरा कोई योगदान नहीं है.”
उम्र संबंधी बीमारियों के चलते 10 अप्रैल साल 2019 को 87 साल की उम्र में निधन हो गया था

उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए शाहरुख़ खान ने अपने ट्विटर हैंडल से एक फोटो शेयर की और लिखा-

“वो मुझसे बहुत प्यार करते थे. उन्होंने मुझे बहुत प्रोत्साहित किया है. और आज अगर मुझे शूटिंग सेट्स पर ज़्यादा ही लाड़ प्यार मिलता है, वो इस आदमी के कारण हुआ है जिसने इस लड़के को ‘फौजी’ बनाया. मैं आपको हमेशा मिस करूंगा सर. आपके इस नए मिशन पर आपकी आत्मा को शांति मिले.”