सेहत

कोरोना वैक्सीन ”कोविशील्ड” हार्ट अटैक के ज़रिए लोगों की जान ले रही है, ब्रेन हैम्रेज होता है : कोविशील्ड ने BJP को 52 करोड़ का चंदा दिया था : रिपोर्ट

कोरोना की वजह से सिर्फ भारत के अंदर 50 लाख के करीब लोगों की जान गयी थी, लोग एक सिलेंडर के लिए भटकते देखे गए थे, कोरोना की बीमारी एक वॉयरस की वजह से फैली थी और वॉयरस की कोई दवा कभी नहीं बनी है, लेकिन लोगों को बहकाने और मुनाफा कमाने के लिए सरकारों, दवा कंपनियों ने फ़र्ज़ी दवा बना डाली और लोगों की जान से खिलवाड़ किया

एक रिपोर्ट टेलीग्राम पर आयी है जिसके मुताबिक जो जानकारियां सामने आयी हैं वो यहाँ पेश करने की कोशिश है, ट्वीट्स में लोगों के निजी विचार और जानकारियां हैं, तीसरी जंग से इनका कोई सरोकार नहीं है

 


“हां हमारी कोरोना वैक्सीन हार्ट अटैक के ज़रिए ले रही है लोगों की जान”
ये अंतरराष्ट्रीय ख़बर उन सभी 80 करोड़ भारतीयों के लिए पढ़ लेना बहुत ज़रूरी है जिन्होंने कोविड के लक्षण से बचने के लिए कोविशील्ड नामक वैक्सीन लगवाई!
कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कल यूके की हाईकोर्ट में दिए गए अपने अदालती दस्तावेजों में पहली बार माना है कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन से TTS सिंड्रोम जैसे दुर्लभ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं,यह सिंड्रोम शरीर में खून के थक्के जमने की वजह बनती है, इसके चलते व्यक्ति में ब्रेन स्ट्रोक, कार्डियक अरेस्ट होने की आशंकाएं बढ़ जाती है!
आपको बता दें ज़िस कंपनी एस्ट्राजेनेका ने हाइकोर्ट में माना है कि उनकी वैक्सीन से साइड इफेक्ट्स हो सकते है वो एस्ट्राजेनेका वैक्सीन कई देशों में कोविशील्ड और वैक्सज़ेवरिया ब्रांड नामों के तहत बेचा गया था , और जिस कोविशील्ड की बात की जा रही है उस वैक्सीन को 80 करोड़ भारतीयों को डोज़ के रूप में दी गई है,80 करोड़ भारतीयों ने कोविशील्ड लगवाई है,यानी इस वक़्त 80 करोड़ भारतीयों में ब्रेन स्ट्रोक, कार्डियक अरेस्ट होने की आशंकाएं बढ़ जाती है!

Surbhi Maradiya
@SurabhiMaradiya
·
कोविशील्ड ने BJP को 52 करोड़ का चंदा दिया

Manish Singh
@RebornManish
दुनिया भर को सप्लाई की गई, और देश भर में सबको जबरन लगाई गई, ये वैक्सीन, कभी भी इंडियन प्रोडक्ट नही थी।
●●
ये ब्रिटिश एस्ट्राजेनेका द्वारा डेवलप वैक्सीन थी। और हमारे यहां अदार पूनावाला की फर्म ने उसका लाइसेंस लेकर, कोविशील्ड के ब्रांड नाम से मास प्रोडक्शन करके बेचा।

याने, जिस तरह पड़ोसी से चार चम्मच दही का मांगकर, हम उससे तसला भर दही जमा लेते है, वैसे ही से डेड वायरस का कल्चर एस्ट्राजेनेका से लेकर लेकर यहां उसकी मात्रा बढाई गयी, शीशियों में भरकर बेचा गया।

ये कोई पाथ ब्रेकिंग टेक्नॉलजी नही थी। महज एक कल्चर डेवलप किया गया था। जिसे एगर मीडियम पर बड़े स्केल में ग्रो किया जाना था। कोई भी लैब वाला कर सकता है।

पर वहां तक पहुँच, और लाइसेंस फीस देने लायक पैसा होना चाहिए। फिर अदार को यह लाइसेंस इस शर्त पर भी मिला था, की उसके लैब से प्रोडक्शन का एक बड़ा हिस्सा, विदेशों में एस्ट्राजेनेका के क्लाइंट के लिए भेजा जाएगा।
●●
तो, अपने कॉन्ट्रैक्ट की शर्त के तहत, जब यहां कई राज्य, वैक्सीन के लिए एड़ियाँ रगड़ रहे थे, अदार अपनी दवा विदेश भेज रहे थे।

इस सबमे भारत सरकार का योगदान एब्सोल्यूट जीरो था। लेकिन मौका ताक कर हमारे प्रधानसेवक ने “भारत पूरे विश्व को वैक्सीन दे रहा है” का शोर मचा दिया।

मचा कर महफ़िल लूट ली।
●●
लेकिन एस्ट्राजेनेका को सप्लाई से इससे अदार को खास फायदा नहीं था। इलेक्टोरल बांड की हिस्ट्री बताती है, कि मोटा चन्दा भारतीय जनता पार्टी को मिला।

उसके आसपास इनकी दवा को भारत मे चटपट अप्रूवल और तिगुने दाम पर सप्लाई का कॉन्ट्रैक्ट मिल गया। सरकार ने उसकी दवा फर्म से सप्लाई की 90% खरीदी की।

जबकि भारतीय साइंस लैब की बनाई, बेहतर वैक्सीन “को वैक्सीन” को महज 10% सरकारी सप्लाई का ऑर्डर मिला। उनके द्वारा इलेक्टोरल बांड से चन्दा दिए जाने का कोई रिकार्ड नही मिला है।

फिर हर यात्रा, और स्कूल कॉलेज, हर जगह, वेक्सिनेशन सर्टिफीकेट अनिवार्य कर दिया। डर का ऐसा माहौल बनाया गया, कि हर के लिए इसे लगवाना मजबूरी हो गयी।
●●
हद तब थी,कि 90 रुपये कॉस्टिंग वाली वॉइल को, अदार की कम्पनी सेंट्रल गवर्मेन्ट को 400 रुपये और स्टेट्स को 1000 रुपये की प्राइजिंग कर रही थी।

इस पर भी खरीदने को तैयार उद्धव ठाकरे जैसे मुख्यमंत्री को सप्लाई मुश्किल से हो रही थी। शायद ये विपक्ष के सीएम थे, इसलिए??

बहरहाल, कुछ माह के साल के अंदर, पूनावाला की छोटी से दवा फर्म, सिर्फ एक दवा से चोटी की फर्म बन गयी। महामारी खत्म हुई, अदार बिलयनेयर बन गए। भारत छोड़ा, लन्दन में मकान लिया।

शिफ्ट हो गए। आजकल अमीरों की मैगजीन में घोड़े पालते दिखाई देते हैं।
●●
मुफ्त वैक्सीन के नाम पर भक्तों ने कूद कूद चरण वंदना की। सवाल करने वालो को गद्दार और विद्रोही बताया। जब नदियों का पाट लाशों से अटे पड़े थे, श्मशानों की चिमनियां पिघल रही थी, तब भी आत्मश्लाघा और प्रोपगंडा का नंगा नाच जारी था।

श्रेय, पैसा, वोट- सब कुछ हासिल करने के बाद आज.. जब इस दवा के धीमा जहर होने की बात, एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार कर ली है…

तो मौत के परकाले मौन है। भक्त चुप है। एक हजार करोड़ का दावा कम्पनी पर ठोका गया है, तो उसमे हिस्सेदारी करने कोई आगे नही आ रहा।

वो मंगलसूत्र के मुद्दे, और सूरत-इंदौर के तरीकों से अब नया चुनाव लड़ने में मशगूल है।
●●
मगर मेरे घर पर वह जहरीला सर्टिफिकेट आज भी रखा है। आपके भी घर मे होगा।

उस सर्टिफिकेट पर आपके मां, पिता, भाई, बहन, पत्नी, पति, आपके बच्चो का नाम लिखा होगा। उसमे, उनके शरीर मौत घुसाने की तारीख लिखी होगी। उस पर अरबो हिंदुस्तानियों को मौत बाटने वाले शख्स की खिलखिलाती तस्वीर भी होगी।

वह सर्टिफिकेट खोजिए, निकालिए।
वो सूरत पहचानिये।

क्योकि वह तस्वीर, अदार या एस्ट्राजेनेका कम्पनी के फाउंडर की नही है।

M.M. Dhera(Advocate)
@AdvocateDhera
कोविशील्ड पर खुलासे के बाद आप एक बार फिर थाली ताली बजाइए। इससे कोविशील्ड के साइड इफेक्ट्स खत्म हो जाएंगे। इसके बाद रात नौ बजे से नौ बज कर नौ मिनट तक मोबाइल टॉर्च जला सकते हैं। जो इलाज न मिलने, ऑक्सीजन न मिलने से मर गए, उन्हें तो आप भूल ही गए हैं। भूलना आपकी फितरत में शामिल है। आपके बाप की अर्थी को जिसने कंधा दिया, उन्हें गालियां तो आप दे ही रहे हैं। इसलिए आप एहसान फरामोश भी हैं। उसके गुण गाएं, जयकार करें, जिसने वक्त से पहले मारने का इंतजाम कर दिया। पांच किलो मुफ्त अनाज देकर खरीद लिया।

Jaiky Yadav
@JaikyYadav16
इस देश में मूलतः दो कोरोना वैक्सीन लगाईं गईं थीं जिनमें एक थी कोवैक्सीन और दूसरी थी कोवीशील्ड।

कोवीशील्ड को बनाने वाली कंपनी एस्ट्रेजनेका थी, इस कंपनी ने यूके के कोर्ट में माना है कि

इसकी वैक्सीन से खून का थक्का बन सकता है जिसके कारण ब्रेन स्ट्रोक या हार्ट अटैक हो सकता है।

हमारे देश में 80% डोज इसी कोवीशील्ड वैक्सीन के ही दिए गए हैं। इस वैक्सीन को हमारे देश में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाया था जिसके CEO अदार पूनावाला हैं।

क्या सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने किसी भी पार्टी को चुनावी चंदा दिया है? यह सवाल आपके लिए है।

Shyam Meera Singh
@ShyamMeeraSingh
कोरोना के बाद हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की हजारों वीडियो सामने आईं, लेकिन हमारे महान प्रधानमंत्री ने आज तक संज्ञान नहीं लिया. अब ब्रिटिश कोर्ट में कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने एक्सेप्ट किया है कि हाँ वैक्सीन से blood clots हो सकता है. मतलब इसके चलते व्यक्ति में ब्रेन स्ट्रोक, कार्डियक अरेस्ट होने की आशंकाएं बढ़ जाती हैं. भारत में कोविशील्ड बनाने वाले सीरम इंस्टिट्यूट ने भाजपा को 50 करोड़ का चुनावी चंदा भी दिया था, चंदा बुरी बात नहीं है, बुरी बात ये है कि हजारों लोगों की मौत के बाद भी सरकार ने एक कमिटी तक नहीं बनाई. लोग कीड़े मकोड़ों की तरह मारे जा रहे हैं और प्रधानमंत्री चुनावी रैलियों में मुगलों और मंगलसूत्र की बात कर रहे हैं.

Dr Gaurav Kumar
@ImJordanGaurav1
‼️‼️EXPOSING MODI ‼️‼️

मौत की वैक्सीन #Covishield

मोदी जी ने जनता के टैक्स के पैसो से खरीदा और चेहरा हर पोस्टर बैनर सर्टिफिकेट तक मे चमकाया और तो और कोविशील्ड के मालिक
@adarpoonawalla
से अपनी 52 करोड़
रुपये प्रोटेक्शन मनी तक लिया इलेक्टॉरल बॉण्ड से ताकी उनपर कोई आँच ना आये।

मुफ्त की वैक्सीन लोगो की ज़िन्दगी लेती रही और सरकार उल्टे सर लेटी रही।

शर्मनाक
@narendramodi

एस्ट्राजेनेका कोविड वैक्सीन ग्लोबल स्तर पर कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया ब्रांड नामों के तहत बेची गई
◆ यूके मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक
◆ एस्ट्राजेनेका ने यूके HC में दिए गए अपने अदालती दस्तावेजों में पहली बार माना
◆ TTS सिंड्रोम शरीर में खून के थक्के जमने की वजह बनती है
◆ इसके चलते व्यक्ति में ब्रेन स्ट्रोक, कार्डियक अरेस्ट होने की आशंकाएं बढ़ जाती है

Hansraj Meena
@HansrajMeena
कोविशिल्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स से भविष्य में हाट- अटैक से मेरी मौत होती है तो इसके जिम्मेदार पूनावाला और मोदी होंगे। #ArrestNarendraModi

Dr.Manmohan Singh Satire
@LegendEconomist
BIG BREAKING 🚨

एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन, जो #Covishield जैसे ब्रांड नामों के तहत बेची जाती है, बहुत ही दुर्लभ मामलों में रक्त के थक्कों सहित गंभीर दुष्प्रभाव पैदा कर सकती है। भारत में कोविशील्ड वैक्सीन की 1,74,93,57,213 खुराकें दी गईं। क्या भारत के स्वास्थ्य मंत्री और पीएम मोदी इस पर स्पष्टीकरण देंगे?


Shailendra Yadav
@ShailendraA2Y

वैक्सीन पर अखिलेश यादव का पुराना ये बयान वायरल- ‘मुझे BJP की वैक्सीन पर भरोसा नहीं’

इसे कहते हैं दूरदर्शी सोच वाला नेता…

Hansraj Meena
@HansrajMeena
नरेंद्र मोदी ने देश के 140 करोड़ लोगों के जीवन और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया है, ऐसे व्यक्ति को पीएम की कुर्सी पर नहीं जेल की सलाखों में होना चाहिए। #ArrestNarendraModi

Asaduddin Owaisi
@asadowaisi
@narendramodi
campaigned for NDA’s Hassan candidate in Mysore. This candidate has been accused of sexually exploiting & coercing women, making thousands of videos to blackmail them. The BJP was aware of this man’s background & the PM still supported him. What happened to Modi’s claims of Nari Shakti, of protecting mangal sutras, etc? He has now reportedly fled India. Modi must apologise to India’s daughters. Modi must explain why he chose political power over the dignity of India’s daughters.

Shyam Meera Singh
@ShyamMeeraSingh
भारत में कोरोना आने से पहले राहुल गांधी ने कहा- “चीन में कोरोना क़हर बरपा रहा है, मोदी सरकार को पता नहीं है कोरोना कितना सीरियस चीज है“

वैक्सीन लगाने के वक्त अखिलेश ने कहा- वैक्सीन भरोसे लायक़ नहीं है

भारत में कोरोना आने के वक्त, मोदी सरकार ने कहा- कोरोना कोई आपातकाल नहीं है