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ये काफ़ी है कि हम दुश्मन नहीं हैं…वफ़ा-दारी का दावा क्यों करें हम!!
कश्मीरा शाह चतुर्वेदी ========= नया इक रिश्ता पैदा क्यों करें हम बिछड़ना है तो झगड़ा क्यों करें हम ख़मोशी से अदा हो रस्म-ए-दूरी कोई हंगामा बरपा क्यों करें हम ये काफ़ी है कि हम दुश्मन नहीं हैं वफ़ा-दारी का दावा क्यों करें हम वफ़ा इख़्लास क़ुर्बानी मोहब्बत अब इन लफ़्ज़ों का पीछा क्यों करें हम […]
एक जवान औरत कुएं के पास पानी भर रही थी तभी…!
महाराज हरिश्चंद्र ============ एक जवान औरत कुएं के पास पानी भर रही थी तभी एक आदमी वहाँ पहुँचा। उस आदमी ने औरत से थोड़ा पानी पिलाने के लिए कहा खुशी से उस औरत ने उसे पानी पिलाया। पानी पीने के बाद उस आदमी ने औरत से पूछा कि क्या आप मुझे बता सकती हैं की […]
मेरे पास तुम नहीं हो…..
Puspita Chatterjee =========== আমার কোনো তুমি নেই পুষ্পিতা চট্টোপাধ্যায় আজকাল আমি আর তুমি ছাড়া কবিতার শব্দব্যঞ্জনা কেমন যেন পানসে বোধ হয় প্রসঙ্গত বলা ভাল আমার কিন্তু কোন তুমি নেই কদাচিৎ ঝুলতে থাকা কোনো বন্ধুসুলভ তীর হৃদয়ের এ ফোঁড় ও ফোঁড় হলে পুরনো দিনের গান আমাকে পাগল করে তোলে। সতীনাথ মুখোপাধ্যায়ের পদতলে উগড়ে দিই যাবতীয় দুঃখপাতা […]