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जंगल मे शेर ने एक फैक्ट्री डाली….गंभीरता से सोचिए……????????
Mritunjay Pandey ============ जंगल मे शेर ने एक फैक्ट्री डाली…. उसमे एकमात्र काम करने वाली एक चींटी थी जो समय से आती जाती थी और फैक्ट्री का सारा काम अकेले करती थी शेर का व्यसाय बहुत ही व्यवस्थित ढंग से चल रहा था। एक दिन शेर ने सोचा कि ये अकेली चींटी इतना सुंदर काम […]
या इलाही फ़ैसला कर दे….
या इलाही फ़ैसला कर दे रात को रौशन कर दे मजधार में फंसी है किश्ती को साहिल कर दे रोक ले आफ़त को रहमत से ग़नी कर दे मुसाफ़िर की दूर है मंज़िल सफ़र के वास्ते सामां कर दे मुश्किल है बड़ी. जाने तू ज़िन्दगी, आसां कर दे परिंदे की आरजू सुन क़ैद से आज़ाद […]
हम चाहते कुछ और हैं, होना कुछ और चाहिये, होता कुछ और है। जैसे सब गड्डमगड्ड है….By-सर्वेश तिवारी श्रीमुख
Sarvesh Kumar Tiwari ============ और अंततः एक बरस और बीत गया। बीतता साल यदि राम के बनवास की तरह बीत जाय तो क्या बात हो, पर जीवन बीतता दशरथ की आयु की तरह ही है। यूँ ही चलते चलते पता चलता है कि हाथ से कुछ पल और सरक गए… ‘बिहारी’ मेरे प्रिय कवि हों, […]