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बाइडेन हर जगह घुटने टेक रहे हैं, हम भिखारी राष्ट्र हो गये हैं, अमेरिका की वजह से यूक्रेन संकट का समाधान अब बहुत जटिल हो गया है : ट्रम्प

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेन पैसा भेजे जाने का विरोध करते हुए कहा है कि अमेरिका से अधिक यूरोपीय देश इस युद्ध से प्रभावित हैं और उन्हें अमेरिका से अधिक पैसा देना चाहिये।

समाचार एजेन्सी फार्स की रिपोर्ट के अनुसार डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका द्वारा यूक्रेन को दी जा रही मदद की आलोचना की और कहा कि अमेरिका को उससे अधिक समस्याओं का सामना है कि वह रूस- यूक्रेन युद्ध में कीव की आर्थिक और सैनिक सहायता करे।

उन्होंने फ्लोरीडा में भाषण देते हुए कहा कि मैंने नैटो और यूरोपीय संघ के सदस्यों का आह्वान किया था कि वे अपने सैनिक बटज को अपने सकल घरेलू उत्पाद के दो प्रतिशत तक पहुंचा दें। ट्रम्प ने कहा कि यूरोप ने उस समय अमेरिका का दुरूपयोग किया और अब वही काम यूक्रेन भी उनके देश के साथ कर रहा है।

इसी प्रकार ट्रम्प ने कहा कि अब तक हम 60 अरब डॉलर से अधिक यूक्रेन को दे चुके हैं जबकि रूस-यूक्रेन युद्ध से यूरोपीय देश हमसे अधिक प्रभावित हुए हैं परंतु वे इस खर्च का बहुत थोड़ा भाग दे रहे हैं। इसी प्रकार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि अगर इस वक्त मैं अमेरिका का राष्ट्रपति होता तो मैं यूरोप जाता और कहता कि सुनो हमारे बराबर पैसा दो या हमसे अधिक पैसा दो और वे खुशी से यह काम करते परंतु हमने अपना पैसा दे दिया और अब हम 35 ट्रिलियन के ऋणी भी हो गये हैं, इन सबके साथ हमें कठिनाइयों का सामना है।

ट्रम्प का संकेत ऊर्जा संकट, मंहगाई और उन दूसरी समस्याओं की ओर था जिनका अमेरिका को सामना है। उन्होंने इसी प्रकार कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन की जो भारी सहायता की है उसके कारण अब इस समस्या का समाधान और जटिल हो गया है। ट्रम्प ने कहा कि यूक्रेन के मुकाबले में रूस की सैन्य शक्ति 35 बराबर अधिक है और रूसी इसी प्रतीक्षा में रहते हैं कि जैसे ही हम हथियार भेजें उसे बर्बाद कर दें और धूआं बनाकर उड़ा दें, बुरी घटनायें घट रही हैं।

इसी प्रकार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि हमारे शासनकाल में चीन और रूस से कोई इस प्रकार की समस्या नहीं थी और कोई यूक्रेन के बारे में बात भी नहीं करता था। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि बाइडेन के राष्ट्रपति काल का केवल दो साल बीत रहा है और अमेरिका सबसे शक्तिशाली से सबसे कमज़ोर हो गया है विशेषकर सम्मान की दृष्टि से और अब कोई भी अमेरिका का सम्मान नहीं कर रहा है।

उन्होंने कहा कि दो साल पहले हम ऊर्जा की दृष्टि से स्वाधीन थे और अब हम भिखारी राष्ट्र बन गये हैं, बाइडेन सऊदी अरब से लेकर वेनेज़ोएला तक जा रहे हैं, घुटने टेक रहे हैं और ऊर्जा की अपील कर रहे हैं वह पूरी दुनिया में विभिन्न देशों की यात्रा पर जा रहे हैं और मदद मांग रहे हैं।