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अल्लाह ने इस उम्मत पर दावत-ए-दीन की ज़िम्मेदारी डाली है कुफ़्र के फ़तवे लगाने की नहीं, दिलों के हाल अल्लाह जानता है
Md Shafi Farouqui =========== <काफ़िर और गैर मुस्लिम में क्या फ़र्क है> ✍️ Mohd Gufran . . हमारे यहां इन दोनों अल्फ़ाज़ को एक ही मफ़्हूम में इस्तेमाल किया जाता है जबकि कुरआन काफ़िर का लफ्ज़ एक ख़ास मफ़्हूम में बयान करता है। आप शुरू से आख़िर तक कुरआन पढ़ लें आपको मिलेगा कि कुरआन […]
तौहीद और शिर्क : सूरए साफ़्फ़ात आयतें 174-182 : पार्ट-46
सूरए साफ़्फ़ात आयतें 174-182 فَتَوَلَّ عَنْهُمْ حَتَّى حِينٍ (174) وَأَبْصِرْهُمْ فَسَوْفَ يُبْصِرُونَ (175) أَفَبِعَذَابِنَا يَسْتَعْجِلُونَ (176) فَإِذَا نَزَلَ بِسَاحَتِهِمْ فَسَاءَ صَبَاحُ الْمُنْذَرِينَ (177) इन आयतों का अनुवाद हैः अतः एक अवधि तक के लिए उनसे रुख़ फेर लो (37:174) और उन्हें देखते रहो। वे भी जल्द ही (अपना अंजाम) देख लेंगे (37:175) क्या वे हमारी […]
सूरह अलफ़ील : ( मक्की) (105) आयतें – 5
Farooque Rasheed Farooquee ================ . सूरह अलफ़ील ( मक्की) (105) आयतें – 5 अल्लाह के नाम से जो रहमान और रहीम है। (ऐ पैग़म्बर) क्या आपने नहीं देखा कि आपके परवरदिगार ने उस लश्कर के साथ क्या सुलूक किया जो हाथियों का एक झुंड लेकर मक्के पर हमला करने आया। ख़ुदा ने उसके सारे दांव […]