साहित्य

हाय मेरी जान मेरी जान कितनी सुन्दर है….भगवान ने लगता है तुम्हे बड़ी फुर्सत से बनाया है…!!By-B B Singh!!

B B Singh

Er. बीर बहादुर सिंह देवसुरिया एम.टेक.मैकेनिकल इंजीनियरिंग(थर्मल इंजी.)

Jaunpur, Uttar Pradesh

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एक शादी शुदा स्त्री, जब किसी पुरूष से मिलती है
उसे जाने अनजाने मे अपना दोस्त बनाती है
तो वो जानती है की
न तो वो उसकी हो सकती है
और न ही वो उसका हो सकता है
वो उसे पा भी नही सकती और खोना भी नही चाहती..
फिर भी वह इस रिश्ते को वो अपने मन की चुनी डोर से बांध लेती है….
तो क्या वो इस समाज के नियमो को नही मानती?
क्या वो अपने सीमा की दहलीज को नही जानती?
जी नहीं
वो समाज के नियमो को भी मानती है
और अपने सीमा की दहलीज को भी जानती है
मगर कुछ पल के लिए वो अपनी जिम्मेदारी भूल जाना चाहती है
कुछ खट्टा… कुछ मीठा
आपस मे बांटना चाहती है
जो शायद कही और किसी के पास नही बांटा जा सकता है
वो उस शख्स से कुछ एहसास बांटना चाहती है
जो उसके मन के भीतर ही रह गए है कई सालों से
थोडा हँसना चाहती है
खिलखिलाना चाहती हैं
वो चाहती है की कोई उसे भी समझे बिन कहे
सारा दिन सबकी फिक्र करने वाली स्त्री चाहती है की कोई उसकी भी फिक्र करे…
वो बस अपने मन की बात कहना चाहती है
जो रिश्तो और जिम्मेदारी की डोर से आजाद हो
कुछ पल बिताना चाहती है
जिसमे न दूध उबलने की फिक्र हो,न राशन का जिक्र हो….न EMI की कोई तारीख हो
आज क्या बनाना है,
ना इसकी कोई तैयारी हो
बस कुछ ऐसे ही मन की दो बातें करना चाहती है
कभी उल्टी सीधी ,बिना सर पैर की बाते
तो कभी छोटी सी हंसीओर कुछ पल की खुशी…
बस इतना ही तो चाहती है
आज शायद हर कोई इस रिश्ते से मुक्त एक दोस्त ढूंढता है
जो जिम्मेदारी से मुक्त हो..

B B Singh
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“एक स्त्री के मन की बात…अपनी पत्नी को हमेशा सम्मान दें।”
शादी की पहली रात पर कहते है —
हाय मेरी जान मेरी जान कितनी सुन्दर है…. भगवान ने लगता है तुम्हे बड़ी फुर्सत से बनाया है…!!
शादी के एक साल बाद —
यह क्या हुलिया बना रखा है कभी अपनी शकल आईने में देख लिया करो… तुमसे लाख अच्छी तो काम वाली बाई लगती है…!!
बच्चा होने के बाद —
कितना मोटी हो गई हो, अपने आप को देखा है पूरी भैंस हो गई हो… अब तो तुम्हें अपने साथ ले जाने में भी शर्म आती है…!!
पेट तो आपका भी निकल आया होगा, बाल तो आपके भी सफेद हो गए होंगे या झड़ गए होंगे। पर क्या कभी आपकी पत्नी ने आपके अंदर कमी निकली आपको कभी मोटा, भैंसा गुस्से में भी कहा है नहीं कहा होगा क्योंकि वह आपसे प्रेम करती है आपके शरीर से नहीं, और आपको आपकी पत्नी से ज्यादा उसका शरीर प्रिये है.. इसलिए शादी की पहली रात में अफसरा नजर आने वाली वही पत्नी बच्चा हो जाने के बाद आपको भैंस नजर आने लगती है…!!
आपके वंश को आगे बढ़ाने के लिए अपने पिता
का घर छोड़कर आपके बच्चों को आपका नाम
देना , इससे बड़ी कुर्बानी और क्या दे औरत…
कभी आपने अंतरात्मा से उसकी खुशी को
तलाशने की कोशिश की….?

B B Singh
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स्त्री का दुख….
दुख क्या होता है उस स्त्री से पूछो जिसका पति रोज नशा करके आता हो..!!
दुख क्या होता है उस स्त्री से पूछो जिसका पति बीमारी से मर रहा हो, और उसके पास दवाई के लिए पैसे ना हो..!!
दुख क्या होता है उस स्त्री से पूछो जिसका पति उसे छोड़कर किसी गैर स्त्री से इश्क़ लड़ाता हो, और अपनी साड़ी कमाई उस पर लुटा देता हो..!!
दुख क्या होता है उस स्त्री से पूछो जिसका पति मर गया हो, वह कैसे दो-दो रुपये बचाकर खुद आधे पेट खाकर बच्चों का पालन पोषण कर रही है..!!
दोस्तों स्त्री के ऊपर टिप्पणी करना बहुत आसान है, मुश्किल तो है उनका दुख समझना, और उनका साथ देना..!!