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“तुम कितने रुपये लोगे मुझे घर तक छोड़ने का?
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= एक व्यक्ति अपने स्कूटर से घर जा रहा था। कुछ दूर जाने के बाद उसे सड़क पर एक बूढ़ी औरत दिखाई दी। जो कि बहुत ही थकी हुई सी लग रही थी और उसके चेहरे से मानों ऐसा लग रहा था कि वह उस सड़क पर बहुत समय से किसी यातायात […]
आज उसकी कोशिश, उसकी मुहब्बत, उसका गुरूर उसका यक़ीन जीत गया है….!!
Sukhpal Gurjar ================= सूरी बहुत सिंपल सा इंसान है, जिंदगी बहुत नाप तौल कर बिताई है उसने। मेहनत से पढ़ाई की, मेहनत से नौकरी कर रहा है। लोगो से नर्म लहजे में बात करता है, फॉर्मल पैंट के नीचे स्पोर्ट शूज पहनता है। कोई बुरी आदत नही है सूरी के अंदर, बस कभी कभार अपने […]
झूठ, छद्म और कुटिलता से अर्जित पद और प्रतिष्ठा सब कुछ अंततः यही छूट जाएगा : लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़ें!
Laxmi Sinha ================= झूठ, छद्म और कुटिलता से अर्जित पद और प्रतिष्ठा सब कुछ अंततः यही छूट जाएगा। छल_छद्म से बड़ा पद, प्रतिष्ठा और यश भले ही मिल जाए लेकिन यह सब स्थायी नहीं रहती। वास्तव में खुद के अवगुणों को कुछ समय तक छिपाने का अभियान कर स्वयं को गहन अंधकार में रखी जा […]